Category ध्यान सरिता
जिनवाणीपुत्र क्षुल्लक श्री ध्यान सागरजी महाराज के मधुर स्वर में अनेक स्तोत्र,भावनाएं एवं गीतों को संगीत बद्ध किया गया है जो श्रोताओं के मन में भक्ति, वैराग्य, करुणा आदि भावों को जगाती है।
सर्व रामायण सार ~ रचना एवं स्वर लघु संत जिनवाणीपुत्र ध्यान सागरजी महाराज
सर्व रामायण सार जिया में रामायण बस जाय,…