Category ध्यान सरिता
जिनवाणीपुत्र क्षुल्लक श्री ध्यान सागरजी महाराज के मधुर स्वर में अनेक स्तोत्र,भावनाएं एवं गीतों को संगीत बद्ध किया गया है जो श्रोताओं के मन में भक्ति, वैराग्य, करुणा आदि भावों को जगाती है।
आचार्य श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज जी पूजन
भजमन विद्यासागर – आचार्य विद्यासा…
Mrutyu Mahotsav | मृत्यु-महोत्सव | Kshullak Shree Dhyansagarji Maharaj
मृत्यु-महोत्सव जीवन मन्दिर-तुल्य है, व्…