Category ध्यान सरिता
जिनवाणीपुत्र क्षुल्लक श्री ध्यान सागरजी महाराज के मधुर स्वर में अनेक स्तोत्र,भावनाएं एवं गीतों को संगीत बद्ध किया गया है जो श्रोताओं के मन में भक्ति, वैराग्य, करुणा आदि भावों को जगाती है।
Mrutyu Mahotsav | मृत्यु-महोत्सव | Kshullak Shree Dhyansagarji Maharaj
मृत्यु-महोत्सव जीवन मन्दिर-तुल्य है, व्…